साथ साथ वायरस से दो हाथ....
खाली हैं रास्ते
खाली हैं रेल
खाली हैं बसें
खाली हैं ट्रैन
खाली हैं मंदिर
मस्जिद, गिरिजा और गुरूद्वारे
खाली हैं बगीचे
खेत खलियान भी सारे
खाली से दिन
खाली सी रातें
पर भरा सा दिल
भारी सी आँखें
दृढ़ संकल्पित भी मन
चुनौती के आगे
छिड़ गई हैं युद्ध
शत्रु वायरस महाशय
योद्धा हैं हम सब
निश्चय किया हैं
आज निर्जन रहेंगे
ताकि शत्रुजी भागे
वियोग अलगाव का
शान्तिपूर्बक सहेंगे
साथ होकर भी ना हम
सभी साथ चलेंगे.....
मन विमल
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Bahut sundar aur shandar topic
ReplyDeleteThank you
DeleteVery well written.
ReplyDeleteहिम्मत से काम ले रहे पर दिल डूबा सा....
Deleteसंकट जल्दी टल जाए यही प्राथना....
Wah wah...साथ होकर भी ना हम....सभी साथ चलेंगें....बहुत बढिया
ReplyDeleteBeautiful <3
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