Wednesday, 11 October 2023

यमुनोत्री : चार धाम की पहली कड़ी

यमुनोत्री : चार धाम की पहली कड़ी

चार धाम की पहली कड़ी
यमुनोत्री हैँ ऊंची बड़ी
चल पड़ते कठिन राहों पर
धैर्यशील बच्चे, बड़े, बुजुर्ग भी
पोनी,डंडी या कँडी
सहारा बन जाते कई लोगों की
ऊँचे पर्वत लम्बा रास्ता
लगता सबको सुहाना ही
यमुनाजी का पानी आद्भुत
बहता झरझर किसी अल्हड़ सी
पास ही सलफर के गर्म कुंड
उपचार कर देते कई रोगों की
चावल आलू पक जाते उनमें
बन जाते स्वादिष्ट व्यंजन भी
यमुनोत्री की यात्रा इस लिए
शारीरिक प्रयास और आध्यात्म भी...

मन विमल 

No comments:

Post a Comment

शब्दों की महिमा...

शब्दों की महिमा... कभी अनजाने में, कभी विश्वास से,   कभी भोलेपन में,  कभी प्यार से, कभी गुस्से में,  कभी दर्द में कहे हुए शब्द, बन जाते बाण,...