यमुनोत्री : चार धाम की पहली कड़ी
चार धाम की पहली कड़ी
यमुनोत्री हैँ ऊंची बड़ी
चल पड़ते कठिन राहों पर
धैर्यशील बच्चे, बड़े, बुजुर्ग भी
पोनी,डंडी या कँडी
सहारा बन जाते कई लोगों की
ऊँचे पर्वत लम्बा रास्ता
लगता सबको सुहाना ही
यमुनाजी का पानी आद्भुत
बहता झरझर किसी अल्हड़ सी
पास ही सलफर के गर्म कुंड
उपचार कर देते कई रोगों की
चावल आलू पक जाते उनमें
बन जाते स्वादिष्ट व्यंजन भी
यमुनोत्री की यात्रा इस लिए
शारीरिक प्रयास और आध्यात्म भी...
मन विमल
Subscribe to:
Posts (Atom)
Embracing flavours of life with Maangaa Pachadi on 'Puthaandu', Tamil New Year...
Embracing flavours of life with Maangaa Pachadi on 'Puthaandu', Tamil New Year Come April, many parts of India are engulfed in fes...
-
कुडाल से... अतीत के कुछ पन्नों से अज़ीज़ यादों के संग बीते लम्हों की कहानी, सजीव होंठों की जुबानी मन हुआ हौला दिल कुछ बोला गुज़रते नज़ारो...
-
तुम चले गए.... तुम चले गए शायद यह सोचकर ख़त्म हो जाएंगे सारे प्रश्न तुम चले गए शायद यह सोचकर मिल जाएंगे सारे जवाब तुम चले गए शायद यह स...
-
Life's not a race... Life is not about pace... Neither is it a race... Actually it's just God's grace... That we occupy our spac...